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रामल्लाह में
सितारों भरे आसमान तले पुरखे-पुरनिया शतरंज खेलते हैं
आखि़री सुलह टिमटिमाती है
घड़ी में क़ैद एक चिडिय़ा
समय बताने के लिए कूदकर बाहर निकलती है
रामल्लाह में
सूरज दीवार पर चढ़ता है किसी बूढ़े आदमी की तरह
और तांबे की पुरानी ज़ंग लगी तश्तरियों पर
आईनों की रोशनी फेंकते हुए
बाज़ार की तरफ़ निकल जाता है
रामल्लाह में
देवतागण मिट्टी के मर्तबानों से पानी पीते हैं
धनुष दिशाओं के बारे में पूछता है प्रत्यंचा से
आसमान के किनारे से एक लड़का निकलता है
और समंदर की विरासत अपने नाम करता है
रामल्लाह में
भरी दुपहरी में बोए जाते हैं बीज
मेरी खिड़की के नीचे मौत फूल उगाती है
एक पेड़ मुक़ाबला करता है बाक़ायदा
तूफ़ान के हिंसक असली स्वरूप से
अंग्रेजी भाषा से रूपांतरण : गीत चतुर्वेदी