(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
जब पहरेदार सो जाता है
तुम तूफ़ान के साथ मुड़ जाते हो पीछे
गले लगते हुए बूढ़ा होते रहना
समय का गुलाब है
जब चिडिय़ों से बनी सड़क आसमान की परिभाषा गढ़ती है
तुम सूर्यास्त के पीछे झांककर देख लेना चाहते हो
गुमशुदगी के भीतर प्रकट हो जाना
समय का गुलाब है
जब चाक़ू पानी में घुसाकर मोड़ दिया गया हो
तुम बांसुरी से निकले गीतों पर चलते हुए पुल पार करते हो
षड्यंत्रों में रोना
समय का गुलाब है
जब एक क़लम क्षितिज का रेखाचित्र खींचता है
पूरब से बजने वाले घंटे की आवाज़ से तुम जाग जाते हो
प्रतिध्वनियों में फूल की तरह खिल उठना
समय का गुलाब है
आईने में हर वक़्त यह क्षण दिखता है
यह क्षण हमें पुनर्जन्म के द्वार तक ले जाता है
यह द्वार एक समंदर पर खुलता है जो
समय का गुलाब है
अंग्रेजी भाषा से रूपांतरण : गीत चतुर्वेदी