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कई बरस गुज़र गए
अभ्रक अभी भी कीचड़ में जगमगाता है
चमकदार और दुष्ट रोशनी से
जैसे हाथों के जंगल में किसी करैत की आंखों में चमकता है सूरज
सड़क शाखाओं में बदलती है और खो जाती है
जहां एक तरुण हिरण है
शायद सिर्फ़ एक क़ब्रिस्तान ही इस अरण्य को बदल सकता है
और इसमें से एक क़स्बा संजो सकता है
आज़ादी और कुछ नहीं सिवाय उस दूरी के
जो शिकारी और शिकार के बीच होती है
जब मुड़कर हम पीछे देखते हैं
हमारे पुरखों के चित्रों की विशाल पृष्ठभूमि पर
चमगादड़ों की उड़ान से बना हुआ आर्क
गोधूलिवेला के साथ धीरे-धीरे धुंधला होता जाता है
हम दोषहीन नहीं हैं
बहुत पहले आईने के भीतर हम
इतिहास के अपराध में साझीदार हुए थे, उस दिन की प्रतीक्षा करते हुए
जिसे लावा में जमा कर देना था
और एक ठंडे बसंत में तब्दील हो जाना था
ताकि अंधकार से पुनर्मिलन हो सके
अंग्रेजी भाषा से रूपांतरण : गीत चतुर्वेदी