भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

माँ की कुछ छोटी कविताएँ (3) / रचना श्रीवास्तव

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:39, 11 अप्रैल 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रचना श्रीवास्तव }} {{KKCatKavita‎}} <poem> माँ ती...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

माँ तीज त्यौहार मौसम की
बातें करती है
व्रत उपवास पूर्णिमा कब है
बताती है
पिता बेकार बात करती हो कहते हैं
पर उनको पता नहीं
कि माँ मेरे चारों ओर
संस्कार फैला रही होती है