भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हाइकु / सुभाष नीरव
Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:02, 11 मई 2012 का अवतरण
(1)
तुम्हारे बिन
जीवन लगे सूना
राह कठिन।
(2)
छोटी-सी चिंता
घबराये मन को
लगे पहाड़।
(3)
मुस्कराहट
वही है सच्ची जब
दिल मुस्काये।
(4)
पेड़ ख़ामोश
आने वाला हो जैसे
कोई तूफ़ान।
(5)
दूर न पास
पंछी की उड़ान में
सारा आकाश।