भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आशान्वित है मंत्री जी / रामकृष्‍ण पांडेय

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:48, 17 मई 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामकृष्‍ण पांडेय |संग्रह=आवाज़ें /...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मोटर, बंगला, चपरासी है
आशान्वित हैं मंत्री जी
उद्घाटन, भोजन, भाषण है
आशान्वित हैं मंत्री जी
पुष्पहार हैं, मधुर वचन हैं
आशान्वित हैं मंत्री जी
विश्व-भ्रमण है, दिग्दर्शन है
आशान्वित हैं मंत्री जी
मृदु-मदिरा है, मदिर नयन हैं
आशान्वित हैं मंत्री जी
सुख के साधन आत्मार्पण हैं
आशान्वित हैं मंत्री जी
धनपतियों को छूट मिली है
आशान्वित हैं मंत्री जी
नगर-गाँव में लूट मची है
आशान्वित हैं मंत्री जी
आई०एम०एफ़ की लोन मिली है
आशान्वित हैं मंत्री जी
हड़तालों पर रोक लगी है
आशान्वित हैं मंत्री जी
देवी जी की कृपा-दृष्टि है
आशान्वित हैं मंत्री जी
काले-धन की नित्य सृष्टि है
आशान्वित हैं मंत्री जी