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कैसे काम करता है थिसारस / अरविन्द कुमार

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कैसे काम करता है थिसारस
समांतर कोश में किसी भी शब्द के अनेक विकल्प होते हैं। इस का अर्थ यह है कि आप किसी भी ज्ञात शब्द के सहारे किसी अज्ञात या विस्मृत शब्द तक तत्काल पहुंच सकते हैं।
समांतर कोश में किसी भी शब्द के अनेक विकल्प होते हैं। इस सीमित अर्थ में वह पर्याय कोश होता है। लेकिन इससे बहुत आगे जाकर वह हमें उस के विपरीत अर्थों वाले शब्दों तक, और हम चाहें तो उस से संबंधित अन्य समांतर शब्द समूहों तक ले जा सकता है। जैसे कि विवाह के साथ विवाह विच्छेद भी, और विवाह की सगाई, घुड़चड़ी आदि रस्मों तक भी। और क्योंकि विवाह एक संस्कार होता है, इसलिये मुंडन, उपनयन आदि सोलह संस्कारों तक भी। साथ ही विवाह गृहस्थ आश्रम का प्रवेश बिंदु है अतः गृहस्थ आश्रम के साथ साथ संन्यास, वानप्रस्थ और ब्रह्मचर्य आश्रमों तक भी। दो चार पन्ने ऊपर नीचे पलट कर आप विवाह निष्ठा, अनिष्ठा, परनारी, परपुरुष आदि शब्द समूहों की जानकारी हासिल कर सकते हैं, और वेश्या, वेश्यालय, कुटनी आदि की भी।
इस का सीधा अर्थ यह है कि आप किसी भी ज्ञात शब्द के सहारे किसी अज्ञात या विस्मृत शब्द तक तत्काल पहुंच सकते हैं