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अपना गाना / भगवत रावत
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Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:11, 3 जून 2012 का अवतरण
जब मैं लौटूंगा इस सड़क से,
देर रात गए,
अपने पक्के मकान की तरफ,
तब वे लोग,
इसी सड़क के किनारे गा रहे होंगे।
भगवत रावत की कविता की इन्हीं पंक्तियों के साथ उन्हें विनम्र श्रध्दांजलि।
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