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बंद नाक / अरविन्द श्रीवास्तव

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किरकिरा है मन
नासिका मार्ग को अवरूद्ध कर
समझौता कर लिया है आपस में
इड़ा और पिंगला ने
बगैर किसी घोषणा के

अभी आइसक्रीम को हाथ नहीं लगाया
गाँव से आए दही में
मुँह नहीं डाला था
भींगा नहीं मेघ मे झमाझम
धूल-धुएँ से बचाए रखा सबकुछ
बगैर किसी चेतावनी के
बन्द हो गई नाक

कमाल था यह
हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था का ।