भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

व्यापारी / लालित्य ललित

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:46, 23 अगस्त 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लालित्य ललित |संग्रह=चूल्हा उदास ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


अपने धंधे को
चमकाता है
अफसर को देता है रिश्वत
नोटों की गड्डियां
काजू-बादाम की तश्तरियां
शराब की पेटियां और
शबाब की सौन्दर्ययुक्त
आकर्षक नव यौवनाएं
अफसर खुश हैं
टेंडर मिल जाता है
बीवी खुश है
पति की कमाई से