Last modified on 23 अगस्त 2012, at 17:10

इंटरनेट: कनेक्टिंग पीपुल / लालित्य ललित

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:10, 23 अगस्त 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लालित्य ललित |संग्रह=चूल्हा उदास ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)



इंटरनेट के
जादू ने
लोगों को
बहुत क़रीब ला दिया है
कुछ को बिगाड़ा है
तो
कुछ को संवारा भी है
पल भर में
पलक झपकते ही
न्याग्रा फॉल, टैम्स नदी का
कल-कल करते बहना
जापानी मंदिर मंे
बुद्ध को निहारना
अमरनाथ या तिरूपति
बाला जी के
दर्शन - लाभ
मारीशस में
बुद्ध को निहारना
महाशिवरात्रि मनाते लोग
हंसते - खिलखिलाते लोग
ज्ञान के विस्तृत भंडार से
विस्मित कराता इंटरजाल
वाकई जादुई मशीन है
जिस पर गर्व किया जा सकता है
केवल गर्व
इसी कारण पा गए हैं
असंख्य भारतीय
रोज़गार
चला रहे हैं अपनी आजीविकाएं
सुनहरे भविष्य की अगर
की है आपने कामना
तो कम्प्यूटर से जुड़ जाएं
पल भर में
गांव - देहात शहर
और शहरी जीवन
सरकारी योजनाओं से
जुड़ जाओगे
और जुड़ना
बेहद ज़रूरी है
सुनहरे भविष्य के लिए
कल के लिए
अपने लिए
अपनों के लिए ।