भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हौसला / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:12, 24 अगस्त 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लालित्य ललित |संग्रह=चूल्हा उदास ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
अपने को
दूसरे से अलग
बेहतर, श्रेष्ठ बताना चाहता है
हर वो व्यक्ति
जिसके ख़्वाब ऊंचे हैं
सपने बड़े़
चाहता है
उसकी हद, उनकी ऊँचाई को
स्पर्श कर लेना
उस संसार को पा लेना
जिसकी कल्पना से ही
वह
रोमांचित हो जाया करता था
यही
सोचता हुआ
कल्पनाशील व्यक्ति
किसी नये उद्यम
किसी नयी पारी
को खेलने के मूड में है
और आप ?