भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इस पार उस पार.. / संगीता गुप्ता

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:58, 9 दिसम्बर 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संगीता गुप्ता |संग्रह=इस पार उस प...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

इस पार
तुम्हारी राह जोहती हूँ मैं
हमेशा की तरह
पुकारते रहो भले उस पार
पाओगे इस पार ही मुझे

चाहती हूँ
जब तुम पहुँचो इस पार
अपनी कल्पना से अधिक
पाओ सब कुछ
सार्थक हो जाये
तुम्हारा
सदी - सदी का इन्तजार
फिलहाल
तुम्हारी राह जोहती हूँ मैं
इस पार