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प्यारे बन्ने तू शादी रचाना / हिन्दी लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

मैंने सोचा था बन्ना सेहरा लेकर आयगा
लेकिन सेहरा न मिला
प्यारे बन्ने तू हैट लगाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

मैंने सोचा था बन्ना कँगना लेकर आयगा
लेकिन कँगना न मिला
प्यारे बन्ने तू घड़ियाँ पहनना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

मैंने सोचा था बन्ना जामा लेकर आयगा
लेकिन जामा न मिला
प्यारे बन्ने तू सूट पहनना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

प्यारे बन्ने तू शादी रचाना, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२

मैंने सोचा था बन्ना डोला लेकर आयगा
लेकिन डोला न मिला
प्यारे बन्ने तू कार लेके, नहीं शरमाना
तू सारे जहाँन से, शादी होएगी तुम्हारी बड़ी शान से-२