भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अपना हौंसला / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:58, 12 मई 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लालित्य ललित |संग्रह=समझदार किसि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
जिम्मेदारियों से भागते
हम लोग
क्या वाकई डरपोक हैं
या
नपुंसक
जिनमें हौसला नहीं
खुद को
परिभाषित करने का