भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बच्चा / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
77.41.24.214 (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 00:36, 21 अक्टूबर 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिल जनविजय |संग्रह=माँ बापू कब आएंगे }} माँ का आँचल पकड...)
माँ का आँचल पकड़कर
पेड़ का नाम पूछता बच्चा
गुम हो जाता है
अपने छोटे से आकाश में
स्वर्ग से उतरे फलों के साथ
कुछ देर के लिए