भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भविष्य घट रहा है / कैलाश वाजपेयी

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:56, 29 नवम्बर 2007 का अवतरण

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


सो तो है
Bhavishay ghat raha hai.jpg
रचनाकार कैलाश वाजपेयी
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।