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इजगर री लीक !/ कन्हैया लाल सेठिया

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मारग कोनी
आ है मोटै इजगर री लीक
पाछो बावड़
टाबर है हाल
आंख्यां री ओळख
बैठो है बिल में काळ
अड़ीकै है भख
सुण चेतण रो हेलो
उंतावळा बटाऊ
ओ गोनी गेलो !