भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कविता / कन्हैया लाल सेठिया

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:27, 19 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मरगी
काल
भूख स्यूं बाथेड़ा
करती
बापड़ी कविता
लेगी उठा‘र
लावारिश लाश नै
नगर निगम री
मुरदा गाडी
आज बांची
छापै में
राखी है
गांवधणी रै बडेरचारै में
विराट
शोक-सभा !