Last modified on 28 नवम्बर 2013, at 12:50

अणचिन्ती / कन्हैया लाल सेठिया

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:50, 28 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=लीकल...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बादळियै री
छांटां
डूंगर परां पड़ी’र
तिसळगी
डरी’र सोच्यो मरगी
पण गुड़ती गुड़ती
नीचै आ’र
आपस में रळगी’र
समदर कांनी भागती
नदी बणगी !