हेलो पाड़ रे / हरीश भादानी
बास-बास में हेलो पाड़
धूड़ीमोड़ां हेलो पाड़
मेघा राग उगार रे, घर-घर हेलो पाड़ रे
इन्दर आज पखार
इंदर आज पखार म्हरा बीरा
फिर-फिर हेलो पाड़ रे
आभौ उमस कसीजैला
बादळिया परसीजैला
थूं खूरपा कसी संभाळ ढांढा नै टिचकार
भाज्यौ खेतां चाल रे
सिणिया बूझ उपाड़
सिणिया बूझ ऊपाड़ म्हारा बीरा
माठां नै मचकाव रे
घर-घर हेलो पाड़ रे
सुण रमझोळां बाजै है
घूमर रमती लाजै है
थूं कोछा ऊंचा टाण उठजा ले हूंकार
ले लारै परवार रे
पाकी फसल्यां झाड़
पाकी फसल्यां झाड़ म्हारा बीरा
छाटयां भर-भर बांध रे
धर कोठां में धान रे
मन री अमी पकीजी है
हरिया-टांच मतीरां में
बासां-बासां हेलो पाड़
धूड़ीमोड़ां हेलो पाड़
पंचायत री चौकी बैठ
मिसरी -सी गिर बांट रे
पांणी पी’र डकार रे
घर-घर हेलो पाड़ रे, फिर-फिर हेलो पाड़ रे