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चुभते चौपदे / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
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गागर में सागर
जाति के जीवन
हित-गुटके
काम के कलाम
संजीवनी बूटी
जगाने की कला
विपत्ति के बादल
नाड़ी की टटोल
जाति राह के रोड़े
आठ-आठ आँसू
- चार जाति
- चार नाते
- हमारी देवियाँ
- निघरघट
- बेवायें
- नापाकपन
- बेटियाँ
- बेजोड़ ब्याह
- बूढ़े का ब्याह
- कच्चे फल
- लथेड़
- लताड़
जन्मलाभ
पारस परस
जी की कचट