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पेड़ यह जानता है / रंजना जायसवाल
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इस बसंत सेमल में
नए,युवा और पुराने पत्ते साथ हैं
दूर से दिख रहे हैं सभी एक जैसे
पर पास से नए का धानी, युवा का हरा
और पुरानों का पीला रंग
साफ चमकता है
नयों में कमनीयता कोमलता और रस है
और पुराने हो रहे हैं तेजी से शुष्क और रसहीन
वैसे स्वभाव दोनों का एक हैं
क्षण में खुश क्षण में कुप्पा
जीभ भी तेज है दोनों की
हरा दोनों को सँभालता है
पेड़ यह जानता है
पुराने नयों में अपना बचपन पा रहे हैं
युवा पुराने में अपना भविष्य
बच्चे इन सबसे निश्चिन्त हैं
बूढों की सिकुड़ी त्वचा
उनके लिए खेल है ..कौतूहल है