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रात में पेड़ / ज्यून तकामी

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रोज़ देर रात को

पेड़ कहीं जाने की तैयारियाँ करते हैं

रहस्यमय ढंग से

कहीं रवाना होना चाहते हैं वे

कहाँ जाना चाहते हैं वे हर रात

ज़मीन में अपनी जड़ों को मज़बूती से जमाते हुए


उन्हें कहाँ जाना चाहिए

वे नहीं जानते और जानना भी नहीं चाहते

वे बस चले जाना चाहते हैं वहाँ से

जहाँ पर वे हैं

सारा जीवन, बस, यही सपना वे देखते रहे


आज रात फिर

वे तैयारी कर रहे हैं कहीं जाने की

काँपते हाथ-पैरों के साथ

चुपचाप, रहस्यमय ढंग से

भाग जाना चाहते हैं वे