भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मौन / राजेन्द्र जोशी
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:33, 14 मई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजेन्द्र जोशी |संग्रह=सब के साथ ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
मौन की आवाज होती है
सुनी नहीं जाती
बहुत कुछ कह देता है मौन
बिन बोले
समझता हैं
समझाता भी हैं
मौन इशारा हैं
मौन का धर्म हैं
अपना धर्म निभाना