भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
प्रतीक्षा में प्रार्थना / पुष्पिता
Kavita Kosh से
Gayatri Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:47, 27 मई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पुष्पिता |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita...' के साथ नया पन्ना बनाया)
प्रतीक्षा
प्रार्थना में लीन है
प्रार्थना
तपस्यारत है
सदिच्छाओं के स्पर्श के लिए
सर्वसुख की देह में बसा है सर्वहित
जैसे वह ही है प्राणतत्व
संपूर्ण ब्रह्माण्ड में।