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उजले बादल आकाश में / त्रिलोचन

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1

उजले उजले बादल आकाश में

दस बजे दिन के प्रकाश में


आते हैं आगे बढ़ जाते हैं
जाते जाते कुछ कह जाते हैं


2

हवालात के आगे राह है

लोगों के लक्ष्य का प्रवाह है


लोग व्यस्त आते हैं जाते हैं
चन्द कदम दिख कर छिप जाते हैं


3

स्वतंत्रता का कितना मान है

मुझको अब इसका अनुमान है


सामने वह, पिंजरे में तोता है
उसे देख दर्द आज होता है