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झील / प्रेमशंकर शुक्ल
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झील
एक आकाँक्षा है
जिसमें पानी का भाव
लहराता रहता है
समय की घाटी में
बड़ी झील
राजा भोज की जयगाथा है
बहुत तरफ़ से बहते पानी को
मुकाम देती हुई बड़ी झील
अपने एक नाम में
भोजताल है
इस तरह --
भोपाल के नामकरण में
बड़ी झील का ही पानी लगा हुआ है