भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आमा हे तोहें फला आमा, ओ जे जनकपुर मे नोत दीअ हे / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:49, 30 जून 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= संस...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

आमा हे तोहें फला आमा, ओ जे जनकपुर मे नोत दीअ हे
जनकपुरसँ एती सीता दाइ ओ जे कटती जनउआ सूत हे
बाबा हे तोहे फलां बाबा हे, ओ जे अयोध्या मे नोत दीअ हे
अयोध्यासँ एता श्रीराम ओ जे पढ़यता जनउआ मंत्र हे
जीवन जन्म सफल भेल, अंगना मांड़ब भेल हे
घूरि फीरि अबथिन फल्लां बाबा, ओ जे मड़बा निरेखथि हे
धन्य जीवन थिक फल्लां बाबी, ओ जे जनि कुल पुत्र भेल हे
ब्राह्मण एता आजु फलां बरुआ, आंगन सोहाओन लागय हे
जन्म सफल भेल, ओ जे फल्लां बरुआ ब्राह्मण हएता हे