भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अमुआं मजरि महु तूबल सजनी गे / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:44, 2 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= बिय...' के साथ नया पन्ना बनाया)
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
अमुआं मजरि महु तूबल सजनी गे
सुन मोर सजनी, कुसुम लेल पतझार
अही बाटे औता महादेव सजनी गे
सुन मोर सजनी, बहि गेल चाननक धार
चानन छिलकि पाग पड़ल सजनी गे
सुन मोर सजनी जुगे-जुग जीवथु फल्लांक पुत्र
सुन मोर सजनी, जुगे जुग जीबथु महादेव
अही बाटे औती गौरीदाइ सजनी गे
सुन मोर सजनी, बहि गेल सिनूरक धार
सिनूर छिलकि सींथ पड़ल सजनी गे
सुन मोर सजनी, जुगे जुग बढ़नु अहिबात
अमुआं मजरि महु तूबल सजनी गे
सुन मोर सजनी, कुसुम लेल पतझार