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उणचास / प्रमोद कुमार शर्मा

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जादू मंतर सै जाणै सबद
पण सूतो है रंगम्हैल मांय
इण सारू आपनैं गयो भूल
मा-बाप नैं कांई ठा
बापड़ो गयो किस्यै स्कूल!