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केले के पत्ते / त्रिलोचन
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केले के पत्ते फट जाते हैं
ज़रा पोढ़ होते ही
चोटें हवा की
कड़ी होती हैं
नरम नरम होने पर
यही हवा है
उनको दुलराती है
चांद को दिखाती है
धूप से नहलाती है
रिमझिम की लोरियाँ सुनाती है
तालियाँ बजाते हैं
नाचते हैं गाते हैं
हवा की चपेटों के
दर्द भूल जाते हैं
केले के पत्ते ये ।