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लोरी अम्मा ! / गिरीश पंकज

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ओ री अम्मा, ओ री अम्मा,
देखूँ सूरत तोरी अम्मा ।

नींद नहीं आती है मुझको,
सुना जरा तू लोरी अम्मा ।

ओ री अम्मा, ओ री अम्मा ।।