भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
राशिद जमाल
Kavita Kosh से
राशिद जमाल
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
राशिद जमाल / परिचय |
ग़ज़लें
- इस तग-ओ-दौ ने आख़िरश मुझ को निढाल कर दिया / राशिद जमाल
- ख़मोश झील में गिर्दाब देख लेते हैं / राशिद जमाल
- तमाम क़ज़िया मकान भर था / राशिद जमाल
- प्यारा सा ख़्वाब नींद को छू कर गुज़र गया / राशिद जमाल
- भले दिन आएँ तो आने वाले बुरे दिनों का ख़याल रखना / राशिद जमाल
- मैं दश्त-ए-शेर में यूँ राएगाँ तो होता रहा / राशिद जमाल
- ये वाक़िआ तो लगे है सुना हुआ सा कुछ / राशिद जमाल
- सफ़र से किस को मफ़र है लेकिन ये क्या कि बस रेग-ज़ार आएँ / राशिद जमाल
- सवाल गूँज के चुप हैं जवाब आए नहीं / राशिद जमाल