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सुन्दर स्त्रियाँ / इब्बार रब्बी
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सुन्दर स्त्रियां कहां रखती हैं
अपना सौन्दर्य !
सुन्दरी कहां टांगती हो
अपने सपने !
कहां रखती हो अपनी चितवन,
अपनी मुस्कान
सोते समय !
अपना सौन्दर्य कहां रखती हैं
स्त्रियां !
रचनाकाल : 07.01.1987