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ऐसे इस समय में / रामकृष्ण पांडेय
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ऐसे इस समय में
जीवन का अर्थ ही हो गया है मृत्यु
अच्छे लोग
अच्छी ज़िन्दगी की नही
अच्छी मौत की तलाश करते हैं
जीवन के लिए
आजीवन लड़ते-लड़ते
मर जाना ही
सबसे बड़ी उपलब्ध्हि है
ऐसे इस समय में