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चल मेरे घोड़े / चंद्रमोहन 'दिनेश'
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चल मेरे घोड़े तिक-तिक-तिक,
बातें थोड़ी काम अधिक।
जाना है बंबई मुझे,
झटपट मुझको पहुँचा दे।
अगर हो गई देर मुझे,
नहीं मिलेगी चाय तुझे।