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प्रभु जी मेरे अवगुन चित ना धरो / इंदीवर

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दिल की धड़कन बना लिया उनको।

पुतलियों में छुपा लिया उनको।।

जिनके चूमे क़दम बहारों ने।
मुस्करा कर लुभा लिया उनको।।

टोलियाँ ढूंढती हैं तारों की।

मैंने जब से चुरा लिया उनको।।