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जेजे पर्ला / रमेश क्षितिज

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जेजे पर्ला खतरामा ज्यान हालिदिन्छु
तिम्रा लागि एउटा जीवन खेर फालिदिन्छु

जीउनु त मीठो जीउनु बरु दुईदिन जीउनु
जताजता आगो त्यतै पाइला चालिदिन्छु

यति धेरै मनको कुरा लेखूँ लेखिँदैन
चिठी भनि तिमीलाई पाना खाली दिन्छु

जस्को घात सही मेरो छाती चर्केको छ
उस्कै फेरि सम्झनाले घाउ टालिदिन्छु