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ऐ गा मोटरवाला / छत्तीसगढ़ी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ऐ गा मोटरवाला
काय बता ना बाई
ऐ गा मोटरवाला
काय बता ना बाई
के पैसा लेबे तें जाबो दुरूग अउ भिलाई
ऐ गा मोटरवाला
काय बता ना बाई
ऐ गा मोटरवाला
का~~य बता ना बाई (ही~ही~ई)

एक झन जाबे ते, पांच रुपया लगथे
दुनिया ले बाहिर, ऐ हा काबर हमला ठगथे
एको घांव गेहस, ते आज पहली जावथस
लगथे तें अभी अभी, मोटर ला चलावत हस
साड़े चार लेथव, फेर चिल्हर नइये पाई वो
ऐ गा मोटरवाला
काय बता ना बाई
ऐ गा मोटरवाला
का~~य बता ना बाई (ही~ही~ई)

के झन जाहु ते, गन के बता ना
चार झन जाबो, बता बैठे के ठिकाना
कोन कोन हावव, ते खड़े खड़े जाहु
टुरा टुरी दु लईका हे, काला मैं बताहूँ
ऐ हावय बाबु के ददा, मैं नोनी के दाई
ऐ गा मोटरवाला
नन्न्न्ना काय बता ना बाई
ऐ गा मोटरवाला
का~~य बता ना बाई (ही~ही~ई)

जल्दी चढ़ना तेंहा, भीतरी में खुसर ना
सोझ बाय गोठिया, हमला तैं झन हुदर ना
पैसा देके भीतरी में, दम हा हमर घुटही
तोला जाये हाबय ते चल, नहीते मोटर घलो छुटही
कहाँ के तोर दुरूग जाही, कहाँ के भिलाई वो
ऐ गा मोटरवाला
काय बता ना बाई
ऐ गा मोटरवाला
काय बता ना बाई
ऐ गा मोटरवाला
हूं हूं हूं
हूं हूं हूं