भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बताओ मुझे / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:43, 4 दिसम्बर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लैंग्स्टन ह्यूज़ |अनुवादक=बालकृ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

यह क्यों
होना चाहिए
मेरा अकेलापन,

यह क्यों
होना चाहिए
मेरा गीत,

यह क्यों
होना चाहिए
मेरा स्वप्न

स्थगित
दीर्घकाल से?

अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’