भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

नेताजी का खर्चा / अभिषेक कुमार अम्बर

Kavita Kosh से
Abhishek Amber (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:47, 9 दिसम्बर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अभिषेक कुमार अम्बर |संग्रह= }} {{KKCatKavit...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

एक पत्रकार ने
नेता जी से पूछा-
नेता जी !
आप अपनी सारी तनख्वाह
समाज सेवा में लगाते हैं,
तो घर का खर्चा कैसे चलाते हैं।
नेता जी बोले-
हम अपनी तनख्वाह ही
समाज सेवा में लगाते हैं,
और घर का खर्चा तो
ऊपर की कमाई से चलाते हैं।