भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
धूप के अँधेरे में/ मोहन राणा
Kavita Kosh से
86.161.112.151 (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 22:39, 10 मई 2008 का अवतरण
धूप के अँधेरे में
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | मोहन राणा |
---|---|
प्रकाशक | सूर्यास्त्र प्रकाशन, सी-43,पहली मंज़िल,ग्रीनपार्क मेन मार्केट, नई दिल्ली-110016 |
वर्ष | 2008 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता संग्रह |
विधा | |
पृष्ठ | 112 |
ISBN | 978-81-903678-2-0 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।