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भेद / आभा पूर्वे
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न तो
तुम्हारे आने से
होती है
मुझमें
गुदगुदी या सिहरन,
न तो
तुम्हारे आने से
होती है मुझमें
कोई वेदना या घुटन
पाणिग्रहण तो
किया तुमने
और
पानी रखा किसी और ने
कहीं मेरा मन इसे
जान तो नहीं गया है ?