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तुम्हारी भूल / आभा पूर्वे
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तुमने मेरे आस-पास
घने जंगल-से
पेड़ लगा दिये थे
कि बाहर की रोशनी
अंदर न आ सके
शायद तुम
यह भूल गये थे
कि सूर्य
जमीन से उठते हुए
माथे पर भी आता है
और तेज सीधी धूप से
वन का कोना-कोना
शीशमहल बन जाता है।