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अबोट हिरणी ज्यूं / गौरीशंकर

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घूमती रैवै
अेक मूमळ
खेत में ...
सोधती हौवे
कस्तूरी मिरग
अर
टाबर ज्यूं बोलै
म्हारी मा... म्हारी मा...।