Last modified on 11 जून 2017, at 20:59

थळी रा संस्कार / राजूराम बिजारणियां

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:59, 11 जून 2017 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

छोरी
काची उमर में
भांडो काची माटी रो!

झींटाखोसी
बाळपणै-जुवानपणै बीच।

कमरे में काया
काया में मन
मन अधपाको
अधपाकी दीठ
दीठ भींत में
भींत में आरसी
आरसी में
मूरत रूप लेवता
विचार चोखा-माड़ा

देवै गरणैटा
भरै उडार
कमरै सूं आंगणैं
आंगणैं सूं थळी..!

पण ओ कांई..?
रोक्यो कुण
टोक्यो कुण
फिरîो कुण आडो
उंतावळै मन रै..

मा.!
बापू.!!
का फेर..

संस्कार थळी रा.!!!