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टकराव / अशोक शुभदर्शी

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टकराय छै
पदोॅ सें
पद
प्रतिश्ठा सें
प्रतिश्ठा
धनोॅ सें
धन
टकराय नै छै
गरीबी सें
गरीबी ।