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देश भेलै आजाद / अवधेश कुमार जायसवाल

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बांध बनै छै
सड़क बनै छै
महल, अटारी, मील बनै छै
देश भेलै आजाद हो भैया
देश भेलै आजाद।
गाछ कटै छै
खेत फटै छै
पानी गेलै पताल
खेतिहर सब पैमाल
देश भेलै आजाद हो भैया
देश भेलै आजाद।
लूट मचल छै
छूट मीलल छै
छुटभैया केॅ पेट भरै छै
जनता छै बदहाल।
ठामे-ठामे कोट-कचहरी
हाथोॅ में हंटर, वर्दी धारी
अफसर मालेमाल।
देश भेलै आजाद।
खद्दरधारी हवा हवाई
जनता भुखलोॅ, भूतोॅ नांकी
जेकरोॅ धूललोॅ मांग हो भैया
दर-दर मांगै भीख,
जे छेलै अंगरेजोॅ केॅ चमचा
दै छै हमरा सीख।
मंदिर बनबोॅ, मसजिद बनबोॅ
जात-पात धरम पर लड़बोॅ
देश भेलै आजाद हो भैया
देश भेलै आजाद।