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भाटा / ॠतुप्रिया

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खाली भाठा नै
कुण पूजै

भाठा अणथाक
पड़्या है इन्नै-बीन्नै

छिणी-हथोड़ां री
मार खायर भाठा
बणै सरद्धा रौ सरूप

तद
पूजां आपां
अर
करां ध्यान-धूप।